किसानों ने उठाई हक की आवाज
. विशेष संवाददाता, नई दिल्ली भारतीय किसान यूनियन द्वारा मंगलवार को दिल्ली में जंतर मंतर पर किसान पंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें किसानों की समस्याओं पर चर्चा की गई। पंचायत में भूमि अधिग्रहण के साथ ही कृषि विवि व अनुसंधान केंद्रो में विदेशी सरकारों की दखल समाप्त करने का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। इसके साथ ही पंचायत बाद इंडियन कॉर्डिनेशन कमेटी ऑफ फामर्स मूवमेंट द्वारा प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री नारायण स्वामी को दिया। नारायण स्वामी ने किसानों से कहा कि प्रधानमंत्री नवंबर के महीने में उनसे वार्ता करेंगे।भारतीय किसान यूनियन की जंतर मंतर पर आयोजित पंचायत में देश भर से आए किसानों ने कई मुद्दो पर खुलकर आवाज उठायी । भाकिूय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि किसानों को फसलों का उचित लाभकारी मूल्य दिया जाए। वर्तमान समर्थन मूल्य से किसान सहमत नहीं है। फसलों का उत्पादन लागत के तुलनात्मक उचित लाभकारी मूल्य दिया जाए अैर वर्तमान सीजन में गेहूं का मूल्य 2250, धान का 2200, सोयाबीन 3000, कपास 5000 और गन्ना मूल्य 350 रुपये प्रति कुंतल समर्थन मूल्य घोषित किया जाए। सरकार द्वारा खाद की बढ़ी किमतें वापस ली जाए।
किसानों को उनकी जमीन का मुआवजा बाजार भाव से छह गुणा दिया जाए। निजी उोग व आवासीय योजनाओं में सरकार का दखल समाप्त कर किसानों से सीध्ेा खरीदने का प्रावधान किया जाए। मुआवजा निर्धारण हेतु जिला स्तर पर एक कमेटी का गठन किया जाए। कृषि का बजट रेल बजट की तरह अलग से पेश किया जाए। वर्तमान बीज विधेयक को अप्रासंगिक बताते हुए किसानों का बीजों पर नियंत्रण व सरकारी फर्मो पर बीज का उत्पादन सुनिश्चित किये जाने की बात कहीं। कृषि क्षेत्र में मुक्त व्यापार समझोते बंद किये जाए। कृषि आयात पर मात्रात्मक प्रतिबंध के साथ आयात शुल्क 60 प्रतिशकी की जाए। कृषि कार्यों के लिए किसानों को डीजल पर 50 प्रतिशत छूट दी जाए। इसके साथ ही फसल बीमा के अंतर्गत किसान को इकाई मानते हुए सीधा मुआवजा दिये जाने की मांग की।
वहीं सभी तरह के कृषि ऋण 4 प्रतिशत से उपलब्ध कराने और चक्रवृद्धि ब्याज नहीं लगाने की आवाज उठआ गई। मनरेगा को कृषि से जोड़ने की वकालत की गई।
असिंचित भूमि हेतु विशेष कृषि नीति बनाकर उसे लागू किया जाए जिससे आत्मदाह करने को मजबूर किसान को राहत मिल सके। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत मोटे अनाज भी उपलब्ध कराये जाने सहित आदि मांग उठाई।
प्रतिनिधि मंडल में भाकियू अध्यक्ष नरेश टिकैत, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलराम लंबरदार, राष्ट्रीय महासचिव राजपाल शर्मा, युद्धवीर सिंह, विजय जावंधिया, भाकियू पंजाब अध्यक्ष अजमेर सिंह लाखौवाल, प्रवक्ता धर्मेद्र आदि मुख्यरुप से उपस्थित थे।
किसानों ने उठाई हक की आवाज . जंतर मंतर पर भाकियू की पंचायत में एकत्र हुए किसान . प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम मांग पत्र दिया
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