Saturday, April 16, 2011

भाकियू अध्यक्ष चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने प्रदेश के कृषि मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण के समक्ष जैव परिवर्तित बीजों पर आपत्ति जताई।

हिंडन पर पुल बनाने का टिकैत से वादा


प्रदेश के कृषि मंत्री ने बीमार भाकियू सुप्रीमो का हालचाल भी पूछा

टिकैत की आपत्ति

मुजफ्फरनगर। भाकियू अध्यक्ष चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने प्रदेश के कृषि मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण के समक्ष जैव परिवर्तित बीजों पर आपत्ति जताई। टिकैत का कहना है कि जैव परिवर्तित बीज स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं। एलर्जी की संभावनाएं बढ़ जाती है। यह धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ भी है। राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना था कि इन बीजों की जांच के लिए सरकार के पास कोई प्रयोगशाला भी नहीं है। उधर, जिला सहकारी बैंक की अध्यक्षा वंदना शर्मा ने भी टिकैत का हाल पूछा।

मुजफ्फरनगर। प्रदेश के कृषि मंत्री लक्ष्मीनारायण ने बीमार चल रहे भाकियू अध्यक्ष चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत से उनका हालचाल पूछा। कृषि मंत्री ने भाकियू अध्यक्ष से ढिंढावली और सावटू को जोड़ने के लिए हिंडन नदी पर पुल बनवाने का वादा भी किया। टिकैत ने किसान समस्याओं को लेकर ज्ञापन कृषि मंत्री को दिया।

शनिवार को प्रदेश के कृषि मंत्री शाम को जाट कॉलोनी स्थित चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत का हाल जानने पहुंचे। टिकैत ने मांग की कि बीजों की कीमतों का अधिकार केंद्रीय कमेटी के अधीन हो। बीज के संबंध में निर्णय लेने के लिए राज्य स्तर पर एक कमेटी का गठन किया जाए, जिसमें किसान संघों के प्रतिनिधि भी शामिल होने चाहिए। बीज के पेटेंट कानून को रद्द करने की मांग की। टिकैत ने जिले से बह रही हिंडन नदी पर ढिंढावली व सावटू के बीच एक पुल बनवाने की मांग कृषि मंत्री से की। पुल नहीं होने के कारण किसानों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कृषि मंत्री ने टिकैत से वादा किया कि पुल बनवा दिया जाएगा। अन्य मांगों पर भी विचार करने का आश्वासन दिया।

भाकियू की ओर से सह प्रवक्ता धर्मेन्द्र मलिक ने कृषि मंत्री को ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर गौरव टिकैत, चरण सिंह, मलखान सिंह, सहदेव सिंह आदि उपस्थित रहे।

Thursday, April 7, 2011

किसान पंचायत

किसानों ने पंचायत में बनाई विरोध की रणनीति

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लखनऊ, 5 अप्रैल (जासं): किसानों की उपजाऊ भूमि का अधिग्रहण रोकने, गन्ने का बकाया मूल्य का भुगतान करने समेत कई मांगों पर चर्चा करने और आंदोलन की रणनीति बनाने के लिए मंगलवार को किसानों ने पंचायत लगाई। भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले लगी पंचायत की अध्यक्षता यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ.महेंद्र सिंह टिकैत के बेटे और यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ.राकेश सिंह टिकैत ने की। राष्ट्रीय प्रवक्ता ने बताया कि देर शाम प्रमुख सचिव कृषि संजय अग्रवाल से मिलने गए प्रतिनिधि मंडल को मांगों पर विचार करने का आश्र्वासन मिला है। उन्होंने बताया कि किसानों की सहमति से झूले लाल पार्क के बगल में वन क्षेत्र का नाम किसान घाट रख दिया गया है। अब हर महीने की पांच तारीख को इसी घाट पर किसानों की पंचायत होगी। हाथों में डंडा और सिर पर हरी व सफेद रंग की गांधी टोपी लगाए किसानों का हुजूम सुबह से ही झूले लाल पार्क में आना शुरू हो गया था। झूले लाल पार्क में चेटी चंड महोत्सव की वजह से पंचायत पार्क के पास वन क्षेत्र में लगाई गई। किसानों को संबोधित करते हुए चौधरी राकेश सिंह टिकैत ने कहा कि उत्पादन लागत तो बढ़ती जा रही है लेकिन किसानों को फसल का जो मूल्य दिया जा रहा है उससे किसानों की लागत तक नहीं निकल पा रही है। उन्होंने सरकार से अन्य प्रदेशों की भांति एक कुंतल गेहूं की खरीद पर किसानों को 200 रुपये का बोनस देने की मांग की। पेराई सत्र 2006-08 तक किसानों का करीब 2000 करोड़ रुपये बकाया है लेकिन सरकार भुगतान पर ध्यान नहीं दे रही है। सरकार जबरन किसानों की जमीनों का अधिग्रहण कर रही है। नलकूपों में बिजली कनेक्शन का लोड बगैर पूछे बढ़ाया जा रहा है, जिससे किसान परेशान हैं। उन्होंने गंगा को प्रदूषण से बचाने के लिए सघन सफाई अभियान चलाने की सरकार से मांग की। यूनियन की नगर अध्यक्ष सावित्री सिंह ने कहा कि राजधानी के दाउद नगर में पिछले कई वर्षो से न तो बिजली है और न ही आवागमन के लिए सड़क बनी है। उन्होंने गाजीपुर, बलराम, लोहार मऊ, गौरभीट, रहीमनगर, डुडौली व नौबस्ता की जमीनों का अधिग्रहण न करने की जिला प्रशासन और सरकार से मांग की। लखनऊ जिला अध्यक्ष हरिनाम सिंह वर्मा ने सरकार पर किसानों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जिले के 197 गांवों और बाराबंकी के 36 गांवों का एलडीए ने किसानों से बगैर पूछे मास्टर प्लान तैयार कर लिया। उन्होंने सरकार से मास्टर प्लान को रद करने समेत 14 सूत्रीय मांगों को पूरा करने की सरकार से मांग की। पंचायत को यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव राजपाल शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बलराम लंबरदार, राजेश चौहान व प्रदेश अध्यक्ष चौ. दीवान चंद्र ने संबोधित किया। पंचायत में बरेली, कानपुर, वाराणसी, जौनपुर, वाराणसी, उन्नाव, हरदोई, मेरठ, मुजफ्फर नगर समेत प्रदेश के कई जिलों से आए किसानों ने हिस्सा लिया।

भाकियू की कृषि मंत्री से आज होगी वार्ता


मुजफ्फरनगर। गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत कई बिंदुओं पर भाकियू के प्रतिनिधिमंडल और कृषि मंत्री शरद पवार के बीच बृहस्पतिवार को दिल्ली में वार्ता होगी।

गौरतलब है कि आठ मार्च को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भाकियू के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता के बाद आश्वासन दिया था कि गेहूं का मूल्य घोषित करने से पहले संगठन को वार्ता के लिए बुलाया जाएगा। भाकियू के सह प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि कृषि मंत्री शरद पंवार ने राकेश टिकैत को फोन कर बृहस्पतिवार को वार्ता के लिए बुलाया है।

भाकियू गेहूं का न्यूनतम समर्थन बढ़ाने की मांग करती आ रही है। भाकियू की ओर से राष्ट्रीय महासचिव राकेश टिकैत, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष युद्धवीर सिंह और पंजाब प्रदेश अध्यक्ष अजमेर सिंह वार्ता के लिए कृषि मंत्रालय जाएंगे। माना जा रहा है कि किसानों की मांग पर कृषि मंत्रालय कोई महत्वपूर्ण फैसला कर सकता है। कृषि मंत्री ने भाकियू अध्यक्ष चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत का कुशलक्षेम भी पूछा।