चकबंदी में भ्रष्टाचार, बिजली कटौती केखिलाफ प्रदर्शन
भाकियू ने कलक्टे्रट को घेरा, जुलूस
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अमर उजाला ब्यूरो
बिजनौर।चकबंदी में व्याप्त भ्रष्टाचार और बिजली कटौती के विरोध में भाकियू ने बिगुल फूं क दिया है। बुधवार को भाकियू ने कई मांगों को लेकर नगर में जुलूस निकाला और प्रदर्शन किया।
यूनियन ने इस दौरान प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एडीएम प्रशासन को सौंपा। इससे पूर्व कलक्ट्रेट में प्रवेश को लेकर भाकियू और पुलिस प्रशासन के बीच काफी नोक झोंक हुई। प्रशासन ने कलक्ट्रेट के गेट में ताला डलवा दिया था। भ्रष्टाचार से त्रस्त हुए किसानों ने इस मौके पर कलक्ट्रेट गेट पर सभा की। यहां ऐसे आफिसों पर धावा बोलने के ऐलान किया गया जहां किसानों का शोषण होता है।
भारतीय किसान यूनियन के रशीद पुर गढ़ी स्थित कार्यालय पर एकत्रित हुए किसान जुलूस की शक्ल में शास्त्री चौक, सिविल लाइंस, मुख्य डाकघर चौराहा व रोडवेज होते हुए कलक्ट्रेट गेट पर पहुंचे। किसानों की भीड़ देख प्रशासन ने कलक्ट्रेट का गेट बंद करा दिया। इससे किसान भड़क गए। करीब एक घंटे की तक गहमागहमी होने के बाद किसानों ने कलक्ट्रेट के अंदर प्रवेश किया। वहां मौजूद एडीएम प्रशासन एसबी तिवारी को ज्ञापन देकर चक बंदी विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करने, किसानों को सिंचाई के लिए 20 घंटे मुफ्त बिजली देने, उद्योगों की तर्ज पर किसानों को भी सस्ता डीजल उपलब्ध कराने, उत्तर प्रदेश में सरकारी चीनी मिलों की बिक्री पर रोक लगाने, डीजल और पेट्रोल की बढ़ी कीमतें वापस लेने की मांग की।
किसानों की फसलों का मूल्य बुआई से पहले तय करने तथा स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के मुताबिक लागत में 50 प्रतिशत मुनाफा जोड़कर देने, गन्ने का समर्थन मूल्य 350 रुपए प्रति कुंतल घोषित करने की मांग की। जिलाध्यक्ष चौधरी राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में बीकेडी जिलाध्यक्ष रामऔतार सिंह, धीर सिंह बालियान, धूम सिंह, आसिफ खां, बिजेंद्र सिंह, मूला सिंह, ओमपाल सिंह, पवन कुमार, जितेंद्र कुमार, बाबूराम तोमर, गजेंद्र सिंह, महावीर सिंह, उदयवीर सिंह, मंगल सिंह फौजी आदि भारी संख्या में किसान शामिल रहे।
26 को एसई का घेराव
बिजनौर। बिजली कटौती को लेकर भाकियू 26 जुलाई को एसई कार्यालय का घेराव करेगी। बुधवार को प्रदर्शन के दौरान यूनियन ने यह निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि जब तक बिजली समेत किसानों की सभी समस्याओं का निस्तारण नहीं होता उनका आंदोलन जारी रहेगा।
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