मेरठ, जागरण संवाददाता : नेशनल हाईवे-58 पर एक जनवरी से प्रस्तावित टोल टैक्स की वसूली का विरोध और चीनी मिलों से किसानों को इंसेंटिव दिलाने के लिए भाकियू ने फिर हुंकार भरी है। सोमवार को कलक्ट्रेट पर सांकेतिक धरना देकर चेतावनी दी कि जब तक हाईवे पर ओवर ब्रिज, लिंक रोड और अन्य निर्माण पूरे नहीं होंगे तब तक टैक्स वसूली नहीं होने देंगे।
जिलाध्यक्ष रविन्द्र दौरालिया के नेतृत्व में भाकियू ने कलक्ट्रेट पर धरना देते हुए कहा कि हाईवे पर निर्माण कार्य अधूरा है, इसके बावजूद यहां एक जनवरी से टोल टैक्स वसूलने की तैयारी की जा रही है। ऐसा हुआ तो भाकियू बैरियर का तमाम सामान उठाकर फेंक देगी। उन्होंने स्थानीय नागरिकों को टोल टैक्स से मुक्त रखने, सिवाया, दौराला, मटौर के लिए सड़कें बनवाने तथा दुल्हैड़ा, जिटौली, सिवाया, मटौर, वलीदपुर, लोहिया आदि गांवों की मुआवजा राशि 1800 रुपये प्रति वर्ग गज करने की मांग उठायी। महासचिव सतवीर जंगेठी ने कहा कि जिस समय गन्ना मूल्य 205-210 रुपये कुंतल घोषित किया गया था, चीनी 2700 रुपये कुंतल थी। अब चीनी 3200 रुपये कुंतल हो गई है, लिहाजा किसानों को इंसेंटिव मिलना चाहिए। गत वर्ष मिलों ने स्वेच्छा से गन्ना मूल्य के अतिरिक्त सौ रुपये कुंतल तक इंसेंटिव दिया था। इस बार भी इंसेंटिव मिलना चाहिए। यह मांग पूरी न हुई तो किसान मिलों को गन्ने की आपूर्ति बंद कर देंगे।
धरना, प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट प्रवीण मिश्र को सौंपा गया, जिसमें चीनी मिलों से गत वर्षो का अवशेष बकाया भुगतान कराने, गन्ना मूल्य 231-236 रुपये दिलाने, क्रय केन्द्रों पर घटतौली रोकने, जंगेठी में जर्जर शहीद रोड का निर्माण कराने, ईओ दौराला को हटाने व दौराला में बिना मीटर लगाए कई-कई हजार के बिजली बिल भेजने पर रोक लगाने की मांग की गई। मांगें पूरी न होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी गई।
उदयवीर ललसाना, जवाहर जिटौली, कृष्णपाल, विरेन्द्र सिंह, धर्मपाल, शेर सिंह, नवाब ललसाना, जल सिंह, बीरू लंबरदार, भूपेन्द्र, महाकार, वीरेन्द्र, हरवीर, निरंजन सिंह शामिल रहे।
Tuesday, December 28, 2010
तीन सौ रुपये कुंतल मिले गन्ने का दाम : भाकियू
बागपत। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी रामअवतार को सौंपा। भाकियू ने गन्ने का मूल्य 300 रुपये प्रति कुंतल करने की मांग की है।
भाकियू कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह गुर्जर के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी से मिले और मांगों का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में भाकियू ने कैबिनेट मंत्रियों द्वारा बैठक करके लागत मूल्य का लाभांश पचास प्रतिशत से बढ़ाकर दिया जाने की संस्तुति की जाए, केंद्र द्वारा गठित हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में गेहूं का लागत मूल्य 1200 रुपये प्रति कुंतल आया है। जिसका लाभांश 600 रुपये कुंतल लाभांश जोड़कर 1800 रुपये कुंतल किसानों को दिया जाए, किसानों को गन्ने का मूल्य 300 रुपये कुंतल दिलाया जाए, किसानों का गन्ने का मूल्य भुगतान 15 दिन के अंदर दिलाया जाए, सिंचाई विभाग द्वारा नहरों की सफाई कराकर आखिरी टेल तक पानी पहुंचा कर सिंचाई की व्यवस्था की जाए, अति लघु व लघु सीमांत किसानों को बिजली व पानी की मुफ्त व्यवस्था की जाए, विद्युत विभाग द्वारा निरंतर बढ़ाया जा रहा अतिभार बंद किया जाए, विद्युत बिल बिना पैनाल्टी चार्ज जमा कराया जाए, सरकारी नलकूप जो बंद पड़े है तुरंत चालू कराए जाए और नए नलकूप स्थापित किया जाए, सहकारी गन्ना मिलों में एजीएम मीटिंग कराई जाए जो नहीं हो रही है, किसानों के लिए जिंक सल्फेट, डीएपी का सही वितरण नहीं हो रहा है, हरी खाद के लिए आया ढांचा किसानों को न देकर बाजार में बेच दिया गया आदि सभी मुख्य मांगे है। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम दिये ज्ञापन में मांगों जल्द से जल्द समाधान की मांग की है
भाकियू कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष प्रताप सिंह गुर्जर के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी से मिले और मांगों का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में भाकियू ने कैबिनेट मंत्रियों द्वारा बैठक करके लागत मूल्य का लाभांश पचास प्रतिशत से बढ़ाकर दिया जाने की संस्तुति की जाए, केंद्र द्वारा गठित हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में गेहूं का लागत मूल्य 1200 रुपये प्रति कुंतल आया है। जिसका लाभांश 600 रुपये कुंतल लाभांश जोड़कर 1800 रुपये कुंतल किसानों को दिया जाए, किसानों को गन्ने का मूल्य 300 रुपये कुंतल दिलाया जाए, किसानों का गन्ने का मूल्य भुगतान 15 दिन के अंदर दिलाया जाए, सिंचाई विभाग द्वारा नहरों की सफाई कराकर आखिरी टेल तक पानी पहुंचा कर सिंचाई की व्यवस्था की जाए, अति लघु व लघु सीमांत किसानों को बिजली व पानी की मुफ्त व्यवस्था की जाए, विद्युत विभाग द्वारा निरंतर बढ़ाया जा रहा अतिभार बंद किया जाए, विद्युत बिल बिना पैनाल्टी चार्ज जमा कराया जाए, सरकारी नलकूप जो बंद पड़े है तुरंत चालू कराए जाए और नए नलकूप स्थापित किया जाए, सहकारी गन्ना मिलों में एजीएम मीटिंग कराई जाए जो नहीं हो रही है, किसानों के लिए जिंक सल्फेट, डीएपी का सही वितरण नहीं हो रहा है, हरी खाद के लिए आया ढांचा किसानों को न देकर बाजार में बेच दिया गया आदि सभी मुख्य मांगे है। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम दिये ज्ञापन में मांगों जल्द से जल्द समाधान की मांग की है
किसानों का हो रहा शोषण : भाकियू
प्रतापगढ़, किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन की सिंचाई डाक बंगले मे बैठक की गयी जिसके बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला महासचिव उमाशंकर तिवारी ने कहा कि जनपद में किसानों की समस्याएं दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। किसानों का शोषण किया जा रहा है। मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ केतकी सिंह ने कहा कि किसानों की समस्याओं को जल्द से जल्द खत्म किया जाय। बैठक में गन्ना मूल्य निर्धारित न होने, किसानों की भूमि अधिग्रहण न करने, धान क्रय केन्द्र खोलने, किसानों की 'गायब' जमीन दिलाये जाने, बिजली व पानी की मुफ्त व्यवस्था एवं बीपीएल सूची को संशोधित करने आदि संबंधी समस्याओं पर विचार किया गया। बैठक के बाद पार्टी के लोगों ने कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी के अनुपस्थित रहने पर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एडीएम वंश गोपाल मौर्य को सौंपा। इस अवसर पर उमा शंकर तिवारी, राम चरन कनौजिया, रूपेन्द्र कुमार पाण्डेय, रामनाथ यादव, रूप नारायण तिवारी, हरुमतुल निशा आदि मौजूद रहे।
किसानों को डबल ग्रुप में दें 14 घंटे बिजली
सहारनपुर। भारतीय किसान यूनियन ने नलकूप के विद्युत कनेक्शनों पर लगी रोक हटाने और नलकूपों के संचालन के लिए किसानों को डबल ग्रुप में 14 घंटे बिजली देने की मांग की है। बढ़ती महंगाई को देखते हुए किसानों ने गन्ना मूल्य तीन सौ रुपए करने की मांग की है। भारतीय किसान यूनियन की कलेक्ट्रेट परिसर में हुई बैठक में जिलाध्यक्ष चरण सिंह ने कहा कि किसानों को ज्यादा से ज्यादा नलकूप कनेक्शन दिये जाएं और विद्युत देयो की सुविधा प्रदान की जाए। उन्होंने वर्ष 2006-07 व 07-08 का गन्ना मूल्य का अंतर भुगतान शीघ्र दिलाने और वर्तमान में गन्ना मूल्य तीन सौ रुपए देने की मांग की है। महानगर अध्यक्ष मुकेश तोमर ने किसान सहकारी समितियों पर डीएपी व एनपीआर तथा यूरिया खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाने की मांग की है। बैठक में तहसील अध्यक्ष अनूप सिंह, जिला उपाध्यक्ष नरेश स्वामी, पदम सिंह, सरदार सिंह, मेहर सिंह, जयवेन्द्र, सोहनवीर, जसबीर सिंह, राधेश्याम, डा. नरेश कुमार, रोहताश, ओमपाल, वेदपाल, अनूप, रविंद्र, संदीप व अक्षय आदि मौजूद रहे।
तहसीलों पर गरजी भाकियू
Dec 27,
अंतर गन्ना मूल्य का भुगतान, बिजली कटौती, बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा देने व उपजाऊ भूमि का अधिग्रहण न करने जैसी मांगों को लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालयों पर जोरदार प्रदर्शन किया।
मुरादाबाद में भाकियू कार्यकर्ता सोमवार को तहसील सदर पर जमा हुए और समस्याओं के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रदेश सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि सरकार जानबूझकर किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। बिजली गायब है और बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा नहीं मिल रहा है। उन्होंनें किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने नौ सूत्रीय मांगों का ज्ञापन उप जिलाधिकारी सदर दीपेंद्र चौधरी को सौंपा। इस दौरान राजपाल यादव, नरेश प्रताप सिंह, रामा यादव, अमरपाल सिंह, मनोज ंिसह, राजवीर सिंह, विजय कुमार, भंवर सिंह, महकार सिंह, जयपाल सिंह नानक सिंह, सुरेंद्र सिंह आदि मौजूद थे। अध्यक्षता महेंद्र सिंह रंधावा व संचालन वीरपाल सिंह ने किया।
उधर तहसील मुख्यालयों पर हुए प्रदर्शन का कांठ में डा.नौ सिंह और ऋषिपाल सिंह, सम्भल में योगेंद्र पाल सिंह, बिलारी में महक सिंह, ठाकुरद्वारा में जानकी प्रसाद और बहजोई में राजपाल यादव ने नेतृत्व किया। भाकियू नेताओं ने तीन जनवरी को लखनऊ में प्रदर्शन और आठ मार्च से दिल्ली को दूध और पानी की सप्लाई रोकने का ऐलान भी दोहराया।
अंतर गन्ना मूल्य का भुगतान, बिजली कटौती, बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा देने व उपजाऊ भूमि का अधिग्रहण न करने जैसी मांगों को लेकर भाकियू कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालयों पर जोरदार प्रदर्शन किया।
मुरादाबाद में भाकियू कार्यकर्ता सोमवार को तहसील सदर पर जमा हुए और समस्याओं के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रदेश सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि सरकार जानबूझकर किसानों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। बिजली गायब है और बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा नहीं मिल रहा है। उन्होंनें किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने नौ सूत्रीय मांगों का ज्ञापन उप जिलाधिकारी सदर दीपेंद्र चौधरी को सौंपा। इस दौरान राजपाल यादव, नरेश प्रताप सिंह, रामा यादव, अमरपाल सिंह, मनोज ंिसह, राजवीर सिंह, विजय कुमार, भंवर सिंह, महकार सिंह, जयपाल सिंह नानक सिंह, सुरेंद्र सिंह आदि मौजूद थे। अध्यक्षता महेंद्र सिंह रंधावा व संचालन वीरपाल सिंह ने किया।
उधर तहसील मुख्यालयों पर हुए प्रदर्शन का कांठ में डा.नौ सिंह और ऋषिपाल सिंह, सम्भल में योगेंद्र पाल सिंह, बिलारी में महक सिंह, ठाकुरद्वारा में जानकी प्रसाद और बहजोई में राजपाल यादव ने नेतृत्व किया। भाकियू नेताओं ने तीन जनवरी को लखनऊ में प्रदर्शन और आठ मार्च से दिल्ली को दूध और पानी की सप्लाई रोकने का ऐलान भी दोहराया।
भाकियू का जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन
भाकियू का जिला मुख्यालय पर प्रदर्शनDec 27
Twitter Delicious Facebook बिजनौर : डा. स्वामीनाथन आयोग (कृषि) की सिफारिश लागू कराने समेत किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर भाकियू ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। बाद में आंदोलित भाकियू कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष चौधरी राजेन्द्र कुमार के नेतृत्व में अनेक किसान सोमवार सुबह ग्यारह बजे गन्ना समिति परिसर में एकत्र हुए, जहां किसानों ने अपनी मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। आंदोलित किसान डा. स्वामीनाथन (कृषि) आयोग की सिफारिश तत्काल लागू करने, तेल की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने, किसानों को कम से कम 20 घंटे प्रतिदिन बिजली देने, कृषि यंत्रों पर चार प्रतिशत ब्याज दर करने, बाढ़ पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा एवं कृषि बीमा की राशि का शीघ्र भुगतान कराने की मांग कर रहे थे। बाद में भाकियू जिलाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। प्रदर्शन करने वालों में मोहम्मदपुर ब्लाक अध्यक्ष नरेश राजपूत, जसवीर सिंह, जय सिंह, धूम सिंह, रामअवतार सिंह, पीतम सिंह, बालमुकंद सिंह, विजेन्द्र सिंह, रामपाल सिंह, हरपाल सिंह, गजेन्द्र सिंह, धीर सिंह, सूरज प्रधान, धनवीर सिंह, तारा सिंह पहलवान आदि शामिल रहे।
Twitter Delicious Facebook बिजनौर : डा. स्वामीनाथन आयोग (कृषि) की सिफारिश लागू कराने समेत किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर भाकियू ने जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। बाद में आंदोलित भाकियू कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।
भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष चौधरी राजेन्द्र कुमार के नेतृत्व में अनेक किसान सोमवार सुबह ग्यारह बजे गन्ना समिति परिसर में एकत्र हुए, जहां किसानों ने अपनी मांगों के समर्थन में सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। आंदोलित किसान डा. स्वामीनाथन (कृषि) आयोग की सिफारिश तत्काल लागू करने, तेल की बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने, किसानों को कम से कम 20 घंटे प्रतिदिन बिजली देने, कृषि यंत्रों पर चार प्रतिशत ब्याज दर करने, बाढ़ पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा एवं कृषि बीमा की राशि का शीघ्र भुगतान कराने की मांग कर रहे थे। बाद में भाकियू जिलाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा। प्रदर्शन करने वालों में मोहम्मदपुर ब्लाक अध्यक्ष नरेश राजपूत, जसवीर सिंह, जय सिंह, धूम सिंह, रामअवतार सिंह, पीतम सिंह, बालमुकंद सिंह, विजेन्द्र सिंह, रामपाल सिंह, हरपाल सिंह, गजेन्द्र सिंह, धीर सिंह, सूरज प्रधान, धनवीर सिंह, तारा सिंह पहलवान आदि शामिल रहे।
किसान यूनियन ने तहसील का घेराव कर किया प्रदर्शन
किसान यूनियन ने तहसील का घेराव कर किया प्रदर्शन
Twitter Delicious Facebook तिलोई, अप्र : छत्रपति शाहू जी महाराज नगर के तिलोई तहसील का किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने घेराव किया। किसानों की समस्याओं के निस्तारण के लिए राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। किसान बिजली, पानी की समस्या से जूझ रहा है। इसके अलावा पुलिस महकमे की लूट खसोट की परंपरा के समाप्त करने की मांग की। किसान यूनियन के जिला सचिव कमल पांडेय ने अपने संबोधन में बताया कि किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। किसानों को बिना बिजली के भुगतान करना पड़ता है। इसके अलावा फुरसतगंज व मोहनगंज पुलिस की घूसखोरी पर काफी आक्रोश जताया गया। इन थानों की पुलिस पर आरोप है कि गंभीर मामलों में रिपोर्ट नहीं दर्ज की जाती और ग्रामीणों के सुझाव पर पकड़े गये चोरों को दबाव में आकर छोड़ दिया जाता है।
उपजिलाधिकारी रमेश प्रसाद मिश्र ने किसानों का ज्ञापन राष्ट्रपति तक पहुंचाने सहित समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। इस मौके पर अयूब खां, कमल पांडेय, मैकूलाल, अर्जुन सिंह आदि थे।
खाद पानी के लिए भाकियू सड़क पर
सलोन : तहसील परिसर में किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन कर एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी एके श्रीवास्तव को सौंपा। यूनियन के सलाहकार कमल पांडेय ने कहा कि किसान मूल भूत सुविधाओं से वंचित है। किसानों को समय खाद, बीज, पानी नहीं मिल रहा है। वहीं किसानों का हर विभाग में शोषण किया जा रहा है। इसका भाकियू पुरजोर विरोध करेगी। किसानों को समय से बिजली नहीं मिल है। इससे किसानों की तैयार फसल सूख जाती है। इस मौके पर महेश्वर यादव, विजय देवी, राम आसरे, राधा, राम रतन आदि थे।
Dec 27,
Twitter Delicious Facebook तिलोई, अप्र : छत्रपति शाहू जी महाराज नगर के तिलोई तहसील का किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने घेराव किया। किसानों की समस्याओं के निस्तारण के लिए राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। किसान बिजली, पानी की समस्या से जूझ रहा है। इसके अलावा पुलिस महकमे की लूट खसोट की परंपरा के समाप्त करने की मांग की। किसान यूनियन के जिला सचिव कमल पांडेय ने अपने संबोधन में बताया कि किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। किसानों को बिना बिजली के भुगतान करना पड़ता है। इसके अलावा फुरसतगंज व मोहनगंज पुलिस की घूसखोरी पर काफी आक्रोश जताया गया। इन थानों की पुलिस पर आरोप है कि गंभीर मामलों में रिपोर्ट नहीं दर्ज की जाती और ग्रामीणों के सुझाव पर पकड़े गये चोरों को दबाव में आकर छोड़ दिया जाता है।
उपजिलाधिकारी रमेश प्रसाद मिश्र ने किसानों का ज्ञापन राष्ट्रपति तक पहुंचाने सहित समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। इस मौके पर अयूब खां, कमल पांडेय, मैकूलाल, अर्जुन सिंह आदि थे।
खाद पानी के लिए भाकियू सड़क पर
सलोन : तहसील परिसर में किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन कर एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी एके श्रीवास्तव को सौंपा। यूनियन के सलाहकार कमल पांडेय ने कहा कि किसान मूल भूत सुविधाओं से वंचित है। किसानों को समय खाद, बीज, पानी नहीं मिल रहा है। वहीं किसानों का हर विभाग में शोषण किया जा रहा है। इसका भाकियू पुरजोर विरोध करेगी। किसानों को समय से बिजली नहीं मिल है। इससे किसानों की तैयार फसल सूख जाती है। इस मौके पर महेश्वर यादव, विजय देवी, राम आसरे, राधा, राम रतन आदि थे।
Twitter Delicious Facebook तिलोई, अप्र : छत्रपति शाहू जी महाराज नगर के तिलोई तहसील का किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने घेराव किया। किसानों की समस्याओं के निस्तारण के लिए राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। किसान बिजली, पानी की समस्या से जूझ रहा है। इसके अलावा पुलिस महकमे की लूट खसोट की परंपरा के समाप्त करने की मांग की। किसान यूनियन के जिला सचिव कमल पांडेय ने अपने संबोधन में बताया कि किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। किसानों को बिना बिजली के भुगतान करना पड़ता है। इसके अलावा फुरसतगंज व मोहनगंज पुलिस की घूसखोरी पर काफी आक्रोश जताया गया। इन थानों की पुलिस पर आरोप है कि गंभीर मामलों में रिपोर्ट नहीं दर्ज की जाती और ग्रामीणों के सुझाव पर पकड़े गये चोरों को दबाव में आकर छोड़ दिया जाता है।
उपजिलाधिकारी रमेश प्रसाद मिश्र ने किसानों का ज्ञापन राष्ट्रपति तक पहुंचाने सहित समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। इस मौके पर अयूब खां, कमल पांडेय, मैकूलाल, अर्जुन सिंह आदि थे।
खाद पानी के लिए भाकियू सड़क पर
सलोन : तहसील परिसर में किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन कर एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी एके श्रीवास्तव को सौंपा। यूनियन के सलाहकार कमल पांडेय ने कहा कि किसान मूल भूत सुविधाओं से वंचित है। किसानों को समय खाद, बीज, पानी नहीं मिल रहा है। वहीं किसानों का हर विभाग में शोषण किया जा रहा है। इसका भाकियू पुरजोर विरोध करेगी। किसानों को समय से बिजली नहीं मिल है। इससे किसानों की तैयार फसल सूख जाती है। इस मौके पर महेश्वर यादव, विजय देवी, राम आसरे, राधा, राम रतन आदि थे।
Dec 27,
Twitter Delicious Facebook तिलोई, अप्र : छत्रपति शाहू जी महाराज नगर के तिलोई तहसील का किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने घेराव किया। किसानों की समस्याओं के निस्तारण के लिए राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है। किसान बिजली, पानी की समस्या से जूझ रहा है। इसके अलावा पुलिस महकमे की लूट खसोट की परंपरा के समाप्त करने की मांग की। किसान यूनियन के जिला सचिव कमल पांडेय ने अपने संबोधन में बताया कि किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। किसानों को बिना बिजली के भुगतान करना पड़ता है। इसके अलावा फुरसतगंज व मोहनगंज पुलिस की घूसखोरी पर काफी आक्रोश जताया गया। इन थानों की पुलिस पर आरोप है कि गंभीर मामलों में रिपोर्ट नहीं दर्ज की जाती और ग्रामीणों के सुझाव पर पकड़े गये चोरों को दबाव में आकर छोड़ दिया जाता है।
उपजिलाधिकारी रमेश प्रसाद मिश्र ने किसानों का ज्ञापन राष्ट्रपति तक पहुंचाने सहित समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया। इस मौके पर अयूब खां, कमल पांडेय, मैकूलाल, अर्जुन सिंह आदि थे।
खाद पानी के लिए भाकियू सड़क पर
सलोन : तहसील परिसर में किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने किसानों की समस्याओं को लेकर विरोध प्रदर्शन कर एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी एके श्रीवास्तव को सौंपा। यूनियन के सलाहकार कमल पांडेय ने कहा कि किसान मूल भूत सुविधाओं से वंचित है। किसानों को समय खाद, बीज, पानी नहीं मिल रहा है। वहीं किसानों का हर विभाग में शोषण किया जा रहा है। इसका भाकियू पुरजोर विरोध करेगी। किसानों को समय से बिजली नहीं मिल है। इससे किसानों की तैयार फसल सूख जाती है। इस मौके पर महेश्वर यादव, विजय देवी, राम आसरे, राधा, राम रतन आदि थे।
धान खरीद ठीक से हो, नहीं तो मंडियों में ताला डाल देंगे
धान खरीद ठीक से हो, नहीं तो मंडियों में ताला डाल देंगे
Story Update : Tuesday, December 28, 2010
भरथना(इटावा)। भारतीय किसान यूनियन ने सोमवार को किसानों की समस्याओं को लेकर उपजिलाधिकारी कार्यालय परिसर में धरना-प्रदशर्न कर खूब नारेबाजी की। बाद में उपजिलाधिकारी भरथना एके अवस्थी को दिए गए ज्ञापन में कहा कि धान खरीद में हीलाहवाली की जा रही है। भाकियू नेताओं ने दो टूक कहा कि सभी मंडियों में धान की खरीद सही ढंग से कराई जाए, अन्यथा मंडियों में तालाबंदी की जाएगी।
छह सूत्रीय ज्ञापन में कहा गया है कि कि नहरों व बंबों में पानी न छोड़े जाने से सिंचाई के अभाव में किसानों की फसलें चौपट हो रही हैं। नहरों व बंबों में अविलंब पानी छोड़ा जाए ताकि रवी की फसलों की सिंचाई समय से हो सके। ज्ञापन में किसानौं कौ २४ घंटे बिजली आपूर्ति कराने, खराब नलकूपौं कौ तत्काल दुरूस्त कराने, गन्ना किसानौंे की बकाया राशि ब्याज सहित देने, नकली कीटनाशक और बीजौं से निजात दिलाने और ताखा ब्लाक के म्जा बेलाहार, म्जा सरावा, रतहरी और ककराई में लगभग एक हजार एकड़ भूमि से जल निकासी की सुविधा मुहैया कराए जाने की मांग की गई। ज्ञापन देने वालौं में भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष हाकिम सिंह यादव के अलावा ईश्वर दयाल, रंजीत सिंह, शियाराम, भीमसिंह, प्रेमचंद्र, रघुनाथ सिंह और लालता प्रसाद आदि म्जूद रहे।
Story Update : Tuesday, December 28, 2010
भरथना(इटावा)। भारतीय किसान यूनियन ने सोमवार को किसानों की समस्याओं को लेकर उपजिलाधिकारी कार्यालय परिसर में धरना-प्रदशर्न कर खूब नारेबाजी की। बाद में उपजिलाधिकारी भरथना एके अवस्थी को दिए गए ज्ञापन में कहा कि धान खरीद में हीलाहवाली की जा रही है। भाकियू नेताओं ने दो टूक कहा कि सभी मंडियों में धान की खरीद सही ढंग से कराई जाए, अन्यथा मंडियों में तालाबंदी की जाएगी।
छह सूत्रीय ज्ञापन में कहा गया है कि कि नहरों व बंबों में पानी न छोड़े जाने से सिंचाई के अभाव में किसानों की फसलें चौपट हो रही हैं। नहरों व बंबों में अविलंब पानी छोड़ा जाए ताकि रवी की फसलों की सिंचाई समय से हो सके। ज्ञापन में किसानौं कौ २४ घंटे बिजली आपूर्ति कराने, खराब नलकूपौं कौ तत्काल दुरूस्त कराने, गन्ना किसानौंे की बकाया राशि ब्याज सहित देने, नकली कीटनाशक और बीजौं से निजात दिलाने और ताखा ब्लाक के म्जा बेलाहार, म्जा सरावा, रतहरी और ककराई में लगभग एक हजार एकड़ भूमि से जल निकासी की सुविधा मुहैया कराए जाने की मांग की गई। ज्ञापन देने वालौं में भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष हाकिम सिंह यादव के अलावा ईश्वर दयाल, रंजीत सिंह, शियाराम, भीमसिंह, प्रेमचंद्र, रघुनाथ सिंह और लालता प्रसाद आदि म्जूद रहे।
दोषी लोगों के विरुद्ध हो कार्रवाई
दोषी लोगों के विरुद्ध हो कार्रवाई
Story Update : Tuesday, December 28, 2010 12:01 AM
नजीबाबाद। किसानों के नाम से फर्जी तौर पर कृषि ऋण लेने का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ रहा है। भाकियू और पीड़ित किसानों की मांग पर प्रशासन ने अकबराबाद के बैंक प्रबंधक से प्रकरण की जानकारी की। एसडीएम ने दोषी लोगों के विरुद्ध शीघ्र प्राथमिकी दर्ज कराने के बैंक को निर्देश दिए।
अकबराबाद स्थित पीएनबी शाखा से कृषि कार्ड पर फर्जी ऋण लेने का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ रहा है। बैंक के कुछ कर्मचारियों और दलाल फर्जी बैंक लोन प्रकरण में लिप्त पाए गए थे। प्रकरण में लिप्त बैंक कर्मी निलंबित किए जा चुके हैं। किसान नेताओं चौधरी बलराम सिंह, जागेंद्र सिंह, नृपेंद्र कुमार, सरदार इकबाल सिंह, राजवीर सिंह, रफीक अहमद, शफीक अहमद, कृष्ण कुमार आदि द्वारा फर्जी तौर पर ऋण प्राप्त करने का मामला उठाया। बैंक प्रबंधक की उपस्थिति की एसडीएम जेपी गुप्ता ने बैंक को दो टूक कहा कि जिन किसानों ने किसानाें के नाम पर फर्जी तौर पर लोन लिया गया है। उनके ऋण माफी के लिए बैंक प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई करें तथा दोषी बैंक कर्मचारियों के विरुद्ध जांच कर शीघ्र प्राथमिकी दर्ज कराई जाए। प्रशासन ने लोन प्रकरण में लिप्त बैंक दलालाें के विरुद्ध भी सख्त कानूनी कार्रवाई के बैंक को निर्देश दिए।
Story Update : Tuesday, December 28, 2010 12:01 AM
नजीबाबाद। किसानों के नाम से फर्जी तौर पर कृषि ऋण लेने का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ रहा है। भाकियू और पीड़ित किसानों की मांग पर प्रशासन ने अकबराबाद के बैंक प्रबंधक से प्रकरण की जानकारी की। एसडीएम ने दोषी लोगों के विरुद्ध शीघ्र प्राथमिकी दर्ज कराने के बैंक को निर्देश दिए।
अकबराबाद स्थित पीएनबी शाखा से कृषि कार्ड पर फर्जी ऋण लेने का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ रहा है। बैंक के कुछ कर्मचारियों और दलाल फर्जी बैंक लोन प्रकरण में लिप्त पाए गए थे। प्रकरण में लिप्त बैंक कर्मी निलंबित किए जा चुके हैं। किसान नेताओं चौधरी बलराम सिंह, जागेंद्र सिंह, नृपेंद्र कुमार, सरदार इकबाल सिंह, राजवीर सिंह, रफीक अहमद, शफीक अहमद, कृष्ण कुमार आदि द्वारा फर्जी तौर पर ऋण प्राप्त करने का मामला उठाया। बैंक प्रबंधक की उपस्थिति की एसडीएम जेपी गुप्ता ने बैंक को दो टूक कहा कि जिन किसानों ने किसानाें के नाम पर फर्जी तौर पर लोन लिया गया है। उनके ऋण माफी के लिए बैंक प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई करें तथा दोषी बैंक कर्मचारियों के विरुद्ध जांच कर शीघ्र प्राथमिकी दर्ज कराई जाए। प्रशासन ने लोन प्रकरण में लिप्त बैंक दलालाें के विरुद्ध भी सख्त कानूनी कार्रवाई के बैंक को निर्देश दिए।
सड़क पर उतरे भाकियू कार्यकर्ता -हर्रैया में राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगाया जाम
सड़क पर उतरे भाकियू कार्यकर्ता
हर्रैया में राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगाया जाम
नई कृषि नीति समेत पंद्रह मुद्दों पर दिया धरना
तहसील मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर जताया रोष
भानपुर में भी किया रास्ता जाम का प्रयास
बस्ती। भारतीय किसान यूनियन ने पंद्रह सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को तहसील मुख्यालयों पर धरना दिया। मांगों से संबंधित ज्ञापन बस्ती सदर में उपजिलाधिकारी और हर्रैया, भानपुर में तहसीलदार को सौंपा। हर्रैया में कार्यकर्ताओं ने आधा घंटा राष्ट्रीय राजमार्ग को भी जाम किया। इस दौरान वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। पुलिस अफसरों के हस्तक्षेप के बाद किसान जाम हटाने को तैयार हुए।
बस्ती सदर जिलाध्यक्ष शोभा राम ठाकुर की अध्यक्षता में धरने का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने नई कृषि नीति, गन्ना बकाया, भ्रष्टाचार, चुनाव लड़ने की अधिकतम उम्र साठ वर्ष, सांसद और विधायक निधि समाप्त करने समेत पंद्रह मुद्दों पर सरकार को घेरा। बाद में मांगों से संबंधित राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी संतोष वैश्य को सौंपा। इस मौके पर रामधनी चौरसिया, हरीराम किसान, राधेश्याम गौड़, रामफेर, फूलचंद्र, श्याम चंद्र यादव, प्रेम चंद्र चौधरी, सुरेंद्र सिंह, राम नवल, गनीराम, राम सुरेमन आदि मौजूद रहे।
हर्रैया प्रतिनिधि के अनुसार भाकियू कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय पर धरना दिया। धरना में राम सहाय बंधू चौधरी ने कहा कि किसानों को गन्ने का मूल्य तीन सौ रुपये प्रति कुंतल दिया जाना चाहिए। इसके बाद तहसीलदार को पंद्रह सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग को आधे घंटे के लिए जाम भी कर दिया। सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। मौके पर पहुंचे तहसीलदार अरविंद तिवारी और क्षेत्राधिकारी राधेश्याम ने कार्यकर्ताओं को समझा बुझा कर जाम हटवाया। इस मौके पर रामचंद सिंह, राम चरित्र, पारस नाथ, हरि प्रसाद, राजेंद्र चौधरी, दीनानाथ, सुरेश चंद्र जलालुद्दीन आदि मौजूद रहे। भानपुर प्रतिनिधि के अनुसार भाकियू कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय पर किसान पंचायत लगाई। इसकी अध्यक्षता चंद्र प्रकाश चौधरी, संचालन पाटेश्वरी प्रसाद श्रीवास्तव ने किया। ज्ञापन लेने में देरी करने से नाराज कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय के सामने सड़क जाम करने पहुंच गए। इसी बीच तहसीलदार राम सजीवन मौर्य वहां पहुंचकर ज्ञापन ले लिया। इस मौके पर राम नारायन चौधरी, सुभाष तिवारी, राम प्रताप चौधरी, श्याम नारायन सिंह, रामकेवल पांडेय, विजय बहादुर, राम तौल किसान, राम नयन, कन्हैया प्रसाद, राम शंकर चौधरी, सफायत अली आदि मौजूद रहे।
हर्रैया में राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगाया जाम
नई कृषि नीति समेत पंद्रह मुद्दों पर दिया धरना
तहसील मुख्यालयों पर प्रदर्शन कर जताया रोष
भानपुर में भी किया रास्ता जाम का प्रयास
बस्ती। भारतीय किसान यूनियन ने पंद्रह सूत्रीय मांगों को लेकर सोमवार को तहसील मुख्यालयों पर धरना दिया। मांगों से संबंधित ज्ञापन बस्ती सदर में उपजिलाधिकारी और हर्रैया, भानपुर में तहसीलदार को सौंपा। हर्रैया में कार्यकर्ताओं ने आधा घंटा राष्ट्रीय राजमार्ग को भी जाम किया। इस दौरान वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। पुलिस अफसरों के हस्तक्षेप के बाद किसान जाम हटाने को तैयार हुए।
बस्ती सदर जिलाध्यक्ष शोभा राम ठाकुर की अध्यक्षता में धरने का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने नई कृषि नीति, गन्ना बकाया, भ्रष्टाचार, चुनाव लड़ने की अधिकतम उम्र साठ वर्ष, सांसद और विधायक निधि समाप्त करने समेत पंद्रह मुद्दों पर सरकार को घेरा। बाद में मांगों से संबंधित राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी संतोष वैश्य को सौंपा। इस मौके पर रामधनी चौरसिया, हरीराम किसान, राधेश्याम गौड़, रामफेर, फूलचंद्र, श्याम चंद्र यादव, प्रेम चंद्र चौधरी, सुरेंद्र सिंह, राम नवल, गनीराम, राम सुरेमन आदि मौजूद रहे।
हर्रैया प्रतिनिधि के अनुसार भाकियू कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय पर धरना दिया। धरना में राम सहाय बंधू चौधरी ने कहा कि किसानों को गन्ने का मूल्य तीन सौ रुपये प्रति कुंतल दिया जाना चाहिए। इसके बाद तहसीलदार को पंद्रह सूत्रीय ज्ञापन सौंपा गया। इतना ही नहीं कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय राजमार्ग को आधे घंटे के लिए जाम भी कर दिया। सड़क पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। मौके पर पहुंचे तहसीलदार अरविंद तिवारी और क्षेत्राधिकारी राधेश्याम ने कार्यकर्ताओं को समझा बुझा कर जाम हटवाया। इस मौके पर रामचंद सिंह, राम चरित्र, पारस नाथ, हरि प्रसाद, राजेंद्र चौधरी, दीनानाथ, सुरेश चंद्र जलालुद्दीन आदि मौजूद रहे। भानपुर प्रतिनिधि के अनुसार भाकियू कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय पर किसान पंचायत लगाई। इसकी अध्यक्षता चंद्र प्रकाश चौधरी, संचालन पाटेश्वरी प्रसाद श्रीवास्तव ने किया। ज्ञापन लेने में देरी करने से नाराज कार्यकर्ताओं ने तहसील मुख्यालय के सामने सड़क जाम करने पहुंच गए। इसी बीच तहसीलदार राम सजीवन मौर्य वहां पहुंचकर ज्ञापन ले लिया। इस मौके पर राम नारायन चौधरी, सुभाष तिवारी, राम प्रताप चौधरी, श्याम नारायन सिंह, रामकेवल पांडेय, विजय बहादुर, राम तौल किसान, राम नयन, कन्हैया प्रसाद, राम शंकर चौधरी, सफायत अली आदि मौजूद रहे।
किसानों ने ट्रालियों समेत डाला डेरा
किसानों ने ट्रालियों समेत डाला डेरा
बाराबंकी। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता धान खरीद में बरती जा रही लापरवाही, समय से खाद, बीज न मिलने और नहरों से पानी गायब होने से नाराज सोमवार को गन्ना कार्यालय में धरना शुरू कर दिया। देखते ही देखते जिले भर का किसान ट्रालियों में धान लादकर धरने पर पहुंच रहा था। शाम तक भारी संख्या में ट्रालियों की लाइन लग गई थी। जिलाधिकारी और भाकियू जिलाध्यक्ष के मध्य हुई वार्ता के बाद डीएम ने सभी केन्द्रों पर चार अतिरिक्त कांटे लगाए जाने और ट्रालियों में लदा धान तत्काल तौले जाने का आदेश दिया है। भाकियू जिलाध्यक मुकेश सिंह ने कहा कि जब तक किसानों का धान तौला नहीं जाता है धरना जारी रहेगा। धरने को संबोधित करते हुए भाकियू जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसान धान बेचने के लिए केन्द्रों के चक्कर काट रहा और केन्द्र पर तैनात कर्मचारी किसानों को वापस कर रहे जिससे किसान अपना उत्पाद औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हैं। किसानों को समय से खाद, बीज और पानी नहीं मिल रहा है। जब आवश्यकता होती है केन्द्रों से खाद और बीज गायब हो जाता है। सिंचाई के समय नहराें में पानी नहीं दिखता जिसका खामियाजा जिले के किसानों को भुगताना पड़ रहा है इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में समस्याओं के निदान के लिए दिए गए ज्ञापन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीएमजेएसवाई की तहत बनाई जा रही सड़कें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई हैं। हैदरगढ़ मार्ग पर मानक के विपरीत निर्माण कार्य हो रहा है। अंबेडकर गांवों में बन रहे सीसी मार्ग निर्माण के साथ ही टूट रहे हैं। माइनराें की सफाई के नाम पर जमकर धन का बंदरबांट किया जा रहा है। कृषि विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते योजनाओं का लाभ किसानाें को नहीं मिल रहा है। श्री सिंह ने बताया जिलाधिकारी से वार्ता हुई है जिस पर उन्होंने सभी केन्द्रों पर चार अतिरिक्त कांटे लगाकर किसानों का धान खरीदने का आदेश दिया है। इसके अलावा ट्रालियां पर लाया गए धान को भी तौलाए जाने के आदेश अधिकारियाें को दिए हैं पर जब तक किसानों का धान तौला नहीं जाता धरना समाप्त नहीं होगा। उन्होंने अपनी १२ सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी डीके पांडेय, डिप्टी आरएमओ आरएम वर्मा, रामकिशोर वर्मा, अनूप वर्मा, अनूपम वर्मा आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।
बाराबंकी। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता धान खरीद में बरती जा रही लापरवाही, समय से खाद, बीज न मिलने और नहरों से पानी गायब होने से नाराज सोमवार को गन्ना कार्यालय में धरना शुरू कर दिया। देखते ही देखते जिले भर का किसान ट्रालियों में धान लादकर धरने पर पहुंच रहा था। शाम तक भारी संख्या में ट्रालियों की लाइन लग गई थी। जिलाधिकारी और भाकियू जिलाध्यक्ष के मध्य हुई वार्ता के बाद डीएम ने सभी केन्द्रों पर चार अतिरिक्त कांटे लगाए जाने और ट्रालियों में लदा धान तत्काल तौले जाने का आदेश दिया है। भाकियू जिलाध्यक मुकेश सिंह ने कहा कि जब तक किसानों का धान तौला नहीं जाता है धरना जारी रहेगा। धरने को संबोधित करते हुए भाकियू जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसान धान बेचने के लिए केन्द्रों के चक्कर काट रहा और केन्द्र पर तैनात कर्मचारी किसानों को वापस कर रहे जिससे किसान अपना उत्पाद औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हैं। किसानों को समय से खाद, बीज और पानी नहीं मिल रहा है। जब आवश्यकता होती है केन्द्रों से खाद और बीज गायब हो जाता है। सिंचाई के समय नहराें में पानी नहीं दिखता जिसका खामियाजा जिले के किसानों को भुगताना पड़ रहा है इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूर्व में समस्याओं के निदान के लिए दिए गए ज्ञापन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीएमजेएसवाई की तहत बनाई जा रही सड़कें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई हैं। हैदरगढ़ मार्ग पर मानक के विपरीत निर्माण कार्य हो रहा है। अंबेडकर गांवों में बन रहे सीसी मार्ग निर्माण के साथ ही टूट रहे हैं। माइनराें की सफाई के नाम पर जमकर धन का बंदरबांट किया जा रहा है। कृषि विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते योजनाओं का लाभ किसानाें को नहीं मिल रहा है। श्री सिंह ने बताया जिलाधिकारी से वार्ता हुई है जिस पर उन्होंने सभी केन्द्रों पर चार अतिरिक्त कांटे लगाकर किसानों का धान खरीदने का आदेश दिया है। इसके अलावा ट्रालियां पर लाया गए धान को भी तौलाए जाने के आदेश अधिकारियाें को दिए हैं पर जब तक किसानों का धान तौला नहीं जाता धरना समाप्त नहीं होगा। उन्होंने अपनी १२ सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी डीके पांडेय, डिप्टी आरएमओ आरएम वर्मा, रामकिशोर वर्मा, अनूप वर्मा, अनूपम वर्मा आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।
किसानों को भाकियू ने दिलाया हक ः टिकैत
किसानों को भाकियू ने दिलाया हक ः टिकैत
दोघट। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने कहा कि भाकियू ने किसानों को अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार किया है। २५ वर्ष पूर्व केंद्र और राज्य सरकार किसानों का शोषण कर रही थीं, तब भाकियू किसानों के हित के लिए आगे आई और बढ़ी विद्युत दरें, गन्ने की कीमत, नहरों में पानी, अधिग्रहण, भूमि का मुआवजा दिलवाया।
रविवार को भड़ल गांव में आयोजित महापंचायत में चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत को भारत के किसानों की ओर से किसानरत्न की उपाधि से नवाजा गया। इस अवसर पर उन्होंने वेस्ट यूपी से आए हजारों किसान प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि जो समाज कमजोर हो जाता है, उसकी सुनने वाला कोई नहीं होता। भाकियू किसानों का संगठन है। वह किसानों के हकों की लड़ाई, लड़ने के लिए हर समय तैयार रहता है। उन्होंने बताया कि १९८७ में प्रदेश सरकार ने विद्युत भार पांच रुपये बढ़ा दिया था, तब भाकियू ने आंदोलन किया था, उसी का नतीजा था कि सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा। भाकियू की आवाज पर ही उप्र सरकार व केंद्र सरकार ने कई बार गन्ने, गेहूं व अन्य फसलों के दाम बढ़ाए हैं।
उन्होंने कहा कि मेरठ, गाजियाबाद व अन्य शहरों में किसानों को जमीन के दाम कोड़ियों में मिल रहे थे, भाकियू ने आंदोलन कर जमीन का सही मुआवजा दिलवाया। आज उप्र सरकार और केंद्र सरकार यह मान रही है कि भाकियू कमजोर हो गई है, पर ऐसा नहीं है। उप्र सरकार निजी नलकूपों के पावर एवं बिजली दरें लखनऊ में बैठकर बढ़ा देती है, ऐसा हम नहीं होने देंगे। बढ़ी दरें तथा किसानाें एवं किसानों की समस्याओं को लेकर भाकियू गंभीर है और वह कभी भी आंदोलन छेड़ सकती है। टिकैत ने कहा कि किसानों ने जो अभिनंदन मेरा किया है वह पूरी किसान बिरादरी का अभिनंदन है। इसके लिए मैं आभारी रहूंगा।
पंचायत में सात प्रस्ताव पारित हुए, जिसमें चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत को भारतरत्न की उपाधि की मांग, उनकी सुरक्षा का जिम्मा, वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार को टिकैत की सुरक्षा का प्रबंध करना चाहिए। १९६७ को आधार वर्ष मानकर किसानों की फसलों के दाम के आधार पर मूल्य तय करने के लिए आयोग गठित किया जाए और हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा दिए गए सुझाव मूल्य स्वीकृत कर किसानों को लाभ दिलाया जाए। हिंदू विवाह एक्ट में संशोधन कर सगोत्र विवाह पर प्रतिबंध, सीमांत किसानों को बिजली या नहर द्वारा सिंचाई की व्यवस्था मुफ्त कराई जाए। उक्त सभी विषयों के लिए राज्यपाल, उप्र की मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
पंचायत की अध्यक्षता सीताराम मलिक तथा संचालन संयुक्त रूप से मांगेराम राठी, मांगेराम आर्य, रामछैल पंवार ने किया। संयोजक चौधरी नरेंद्र राणा ने कहा कि भाकियू अब २५ वर्ष की हो गई है। अभी किसानों के हकाें की लड़ाई लड़नी बाकी है। चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत शीघ्र स्वस्थ हो जाएंगे। पंचायत को हरपाल सिंह सचिव, हरफूल सिंह अमीन, प्रताप गुर्जर, सुखमल, रण सिंह, इकबाल सिंह कवि आदि ने संबोधित किया।
सगोत्रीय विवाह के खिलाफ बोले टिकैत
चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने पत्रकार वार्ता में सगोत्रीय विवाह के सवाल पर कहा कि कहीं भाई-बहन की भी शादी होती है। उन्होंने कहा कि कन्या भू्रण हत्या समाज के लिए अभिशाप है। उधर, नरेंद्र राणा ने पत्रकारों को बताया कि भाकियू का यह रजत जयंती वर्ष है। पूरे वर्ष क्षेत्र के इसी तरह के कार्यक्रम चलेंगे। मार्च में शहीदों पर भी एक कार्यक्रम आयोजित होगा।
गिरफ्तारी हुई तो हजारों किसान जाएंगे जेल
बड़ौत। भड़ल गांव में पंचायत चुनाव के दौरान पुलिस पर पथराव व रोड जाम के मामले में नामजद ७४ लोगों ने टिकैत से शिकायत की। इस पर भाकियू नेता चंद्रपाल फौजी ने कहा कि यदि गिरफ्तारी हुई तो ७४ हजार किसान गिरफ्तारी देंगे। भाकियू को ऊंचा उठाने के लिए अमर उजाला ने काफी काम किया है और अमर उजाला की वहां जमकर तारीफ हुई।
दोघट। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने कहा कि भाकियू ने किसानों को अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार किया है। २५ वर्ष पूर्व केंद्र और राज्य सरकार किसानों का शोषण कर रही थीं, तब भाकियू किसानों के हित के लिए आगे आई और बढ़ी विद्युत दरें, गन्ने की कीमत, नहरों में पानी, अधिग्रहण, भूमि का मुआवजा दिलवाया।
रविवार को भड़ल गांव में आयोजित महापंचायत में चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत को भारत के किसानों की ओर से किसानरत्न की उपाधि से नवाजा गया। इस अवसर पर उन्होंने वेस्ट यूपी से आए हजारों किसान प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि जो समाज कमजोर हो जाता है, उसकी सुनने वाला कोई नहीं होता। भाकियू किसानों का संगठन है। वह किसानों के हकों की लड़ाई, लड़ने के लिए हर समय तैयार रहता है। उन्होंने बताया कि १९८७ में प्रदेश सरकार ने विद्युत भार पांच रुपये बढ़ा दिया था, तब भाकियू ने आंदोलन किया था, उसी का नतीजा था कि सरकार को अपना फैसला वापस लेना पड़ा। भाकियू की आवाज पर ही उप्र सरकार व केंद्र सरकार ने कई बार गन्ने, गेहूं व अन्य फसलों के दाम बढ़ाए हैं।
उन्होंने कहा कि मेरठ, गाजियाबाद व अन्य शहरों में किसानों को जमीन के दाम कोड़ियों में मिल रहे थे, भाकियू ने आंदोलन कर जमीन का सही मुआवजा दिलवाया। आज उप्र सरकार और केंद्र सरकार यह मान रही है कि भाकियू कमजोर हो गई है, पर ऐसा नहीं है। उप्र सरकार निजी नलकूपों के पावर एवं बिजली दरें लखनऊ में बैठकर बढ़ा देती है, ऐसा हम नहीं होने देंगे। बढ़ी दरें तथा किसानाें एवं किसानों की समस्याओं को लेकर भाकियू गंभीर है और वह कभी भी आंदोलन छेड़ सकती है। टिकैत ने कहा कि किसानों ने जो अभिनंदन मेरा किया है वह पूरी किसान बिरादरी का अभिनंदन है। इसके लिए मैं आभारी रहूंगा।
पंचायत में सात प्रस्ताव पारित हुए, जिसमें चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत को भारतरत्न की उपाधि की मांग, उनकी सुरक्षा का जिम्मा, वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार को टिकैत की सुरक्षा का प्रबंध करना चाहिए। १९६७ को आधार वर्ष मानकर किसानों की फसलों के दाम के आधार पर मूल्य तय करने के लिए आयोग गठित किया जाए और हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा दिए गए सुझाव मूल्य स्वीकृत कर किसानों को लाभ दिलाया जाए। हिंदू विवाह एक्ट में संशोधन कर सगोत्र विवाह पर प्रतिबंध, सीमांत किसानों को बिजली या नहर द्वारा सिंचाई की व्यवस्था मुफ्त कराई जाए। उक्त सभी विषयों के लिए राज्यपाल, उप्र की मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
पंचायत की अध्यक्षता सीताराम मलिक तथा संचालन संयुक्त रूप से मांगेराम राठी, मांगेराम आर्य, रामछैल पंवार ने किया। संयोजक चौधरी नरेंद्र राणा ने कहा कि भाकियू अब २५ वर्ष की हो गई है। अभी किसानों के हकाें की लड़ाई लड़नी बाकी है। चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत शीघ्र स्वस्थ हो जाएंगे। पंचायत को हरपाल सिंह सचिव, हरफूल सिंह अमीन, प्रताप गुर्जर, सुखमल, रण सिंह, इकबाल सिंह कवि आदि ने संबोधित किया।
सगोत्रीय विवाह के खिलाफ बोले टिकैत
चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने पत्रकार वार्ता में सगोत्रीय विवाह के सवाल पर कहा कि कहीं भाई-बहन की भी शादी होती है। उन्होंने कहा कि कन्या भू्रण हत्या समाज के लिए अभिशाप है। उधर, नरेंद्र राणा ने पत्रकारों को बताया कि भाकियू का यह रजत जयंती वर्ष है। पूरे वर्ष क्षेत्र के इसी तरह के कार्यक्रम चलेंगे। मार्च में शहीदों पर भी एक कार्यक्रम आयोजित होगा।
गिरफ्तारी हुई तो हजारों किसान जाएंगे जेल
बड़ौत। भड़ल गांव में पंचायत चुनाव के दौरान पुलिस पर पथराव व रोड जाम के मामले में नामजद ७४ लोगों ने टिकैत से शिकायत की। इस पर भाकियू नेता चंद्रपाल फौजी ने कहा कि यदि गिरफ्तारी हुई तो ७४ हजार किसान गिरफ्तारी देंगे। भाकियू को ऊंचा उठाने के लिए अमर उजाला ने काफी काम किया है और अमर उजाला की वहां जमकर तारीफ हुई।
समस्याओं की अनदेखी से बिफरे किसान
समस्याओं की अनदेखी से बिफरे किसान
अंबेडकरनगर। किसानों समेत विभिन्न जनसमस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक टिकैत गुट के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। कहा गया कि शासन-प्रशासन द्वारा लगातार किसानों की उपेक्षा की जा रही है। इसे अब कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। टांडा में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को सड़क पर खड़ा कर प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष रणजीत उर्फ लल्लू वर्मा ने कहा कि चावल की बिक्री दर विगत वर्षों की अपेक्षा वर्तमान समय में ५०० से ६०० रुपये प्रति कुंतल कम हो गयी है। इससे किसानों की लागत भी नहीं निकल रही है। इसके अलावा धान का समर्थन मूल्य लागत के अनुसार बहुत कम है। उन्होंने चावल व गेहूं का निर्यात खोले जाने के साथ ही बोनस जोड़कर प्रत्येक न्याय पंचायतों में क्रय केंद्र खोलते हुए धान की वास्तविक खरीद कराने की व्यवस्था करने तथा गन्ने का खरीद मूल्य ३०० रुपये प्रति कुंतल सुनिश्चित किए जाने की मांग की। जिला महासचिव दीपक तिवारी ने कम से कम २० घंटे विद्युत आपूर्ति मुहैया कराए जाने एवं पूर्व की तरह बिल वसूली के लिए पासबुक प्रणाली शुरू किए जाने की मांग उठाई। वक्ताओं ने कहा कि जिन किसानों की भूमि नदियों के कटाव में समाप्त हो गई है, उन्हें उतनी ही भूमि की व्यवस्था शासन-प्रशासन को करनी चाहिए। इस मौके पर धर्मराज सिंह, बसंतलाल, दयाराम चौधरी, श्यामलाल, रामकुमार, रामउजागिर आदि मौजूद रहे। अंत में सीएम को संबोधित मांगपत्र एसडीएम सदर आनंद स्वरूप को सौंपा।
अंबेडकरनगर। किसानों समेत विभिन्न जनसमस्याओं को लेकर भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक टिकैत गुट के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। कहा गया कि शासन-प्रशासन द्वारा लगातार किसानों की उपेक्षा की जा रही है। इसे अब कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। टांडा में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को सड़क पर खड़ा कर प्रदर्शन किया। जिलाध्यक्ष रणजीत उर्फ लल्लू वर्मा ने कहा कि चावल की बिक्री दर विगत वर्षों की अपेक्षा वर्तमान समय में ५०० से ६०० रुपये प्रति कुंतल कम हो गयी है। इससे किसानों की लागत भी नहीं निकल रही है। इसके अलावा धान का समर्थन मूल्य लागत के अनुसार बहुत कम है। उन्होंने चावल व गेहूं का निर्यात खोले जाने के साथ ही बोनस जोड़कर प्रत्येक न्याय पंचायतों में क्रय केंद्र खोलते हुए धान की वास्तविक खरीद कराने की व्यवस्था करने तथा गन्ने का खरीद मूल्य ३०० रुपये प्रति कुंतल सुनिश्चित किए जाने की मांग की। जिला महासचिव दीपक तिवारी ने कम से कम २० घंटे विद्युत आपूर्ति मुहैया कराए जाने एवं पूर्व की तरह बिल वसूली के लिए पासबुक प्रणाली शुरू किए जाने की मांग उठाई। वक्ताओं ने कहा कि जिन किसानों की भूमि नदियों के कटाव में समाप्त हो गई है, उन्हें उतनी ही भूमि की व्यवस्था शासन-प्रशासन को करनी चाहिए। इस मौके पर धर्मराज सिंह, बसंतलाल, दयाराम चौधरी, श्यामलाल, रामकुमार, रामउजागिर आदि मौजूद रहे। अंत में सीएम को संबोधित मांगपत्र एसडीएम सदर आनंद स्वरूप को सौंपा।
Sunday, December 26, 2010
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