Friday, March 27, 2015

भाकियू पर्तिनिधिमंडल ने कृषि उत्पादन आयुक्त से मिलकर किसानो की आत्महत्या व् फसलो का उचित मुआवजा दिए जाने की मांग करते हुए कहा ---

भाकियू पर्तिनिधिमंडल ने कृषि उत्पादन आयुक्त से मिलकर किसानो की आत्महत्या व् फसलो का  उचित मुआवजा दिए जाने की मांग करते हुए कहा ---






माननीय,
श्री अखिलेश यादव,
मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, सरकार लखनऊ।
विषय:-   प्राकृतिक आपदा से पूर्णतः नष्ट हुई किसानों की फसलों का उचित मुआवजा अविलम्ब दिये जाने हेतु।
महोदय,
आपके पूर्व से ही संज्ञान में है कि प्रदेश में आयी प्राकृतिक आपदा से किसानों की फसलें पूर्णतः नष्ट हो गई है। यह आपदा ऐसे समय आयी है कि जब किसानों की फसलें पूर्ण रूप से तैयार हो चुकी थी। फसलों की बर्बादी को देखकर किसान हताश व निराश होकर मौत को गले लगे रहे है। प्रदेश में सैकडों के आसपास किसान आत्महत्या कर चुके है। आत्महत्याओं का यह सिलसिला बादस्तूर जारी है, जो रूकने का नाम नहीं ले रहा है। प्रदेश में लगभग दो हजार करोड से अधिक किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है। ऐसी स्थिति में सरकार को दिल खोलकर किसानों की मदद किये जाने की आवश्यकता है। अभी तक सरकार द्वारा जो कदम उठाए गए है, वह नाकाफी है। प्रदेश में किसानों पर आजीविका एवं कर्ज चुकाए जाने का संकट खडा हो गया है।
भारतीय किसान यूनियन मांग करती है कि किसानों को खाद्य फसलों पर 25 हजार रुपये व नगदी फसलों पर 50 हजार रुपये एकड की दर से मुआवजा घोषित करते हुए किसानों के सभी तरह के कर्ज  (निजी व सरकारी) व बिजली के बिल माफ किये जाए।
किसानों ने कर्ज के भार के कारण आत्महत्याएं की है। जिसका बडा आंकडा बुन्देलखण्ड से मिल रहा है। आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी का प्रावधान किया जाए।
आशा है कि जल्द से जल्द किसान हित में उपरोक्त राहत दिये जाने का कार्य उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया जाएगा।
भवदीय
चै. नरेश टिकैत          श्री राजेश सिंह चैहान
(राष्ट्रीय अध्यक्ष भाकियू) (प्रदेश अध्यक्ष भाकियू)

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